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तथ्य
गर्व से कहो हम बिहारी हैं

गर्व से कहो हम बिहारी हैं

यह पोस्ट सिर्फ मेरी सोच, कल्पना या अभिव्यक्ति का संग्रह नहीं है बल्कि यह पूर्णरूपेण विगत कुछ सालों में बिहार और उसके लोगों के प्रति दुनिया का दृष्टिकोण, अनुभव तथा विचारधारा का समावेश है |

सबसे पहले यह स्पष्ट कर दूं कि यह पोस्ट किसी व्यक्ति विशेष जाति, समुदाय, प्रांत, राज्य को ध्यान में रखकर नहीं लिखा जा रहा है, लेकिन इतना जरूर कहना चाहूंगा कि यह उन सारे विकृत सोच रखने वाले नमूनों को करारा जवाब है जो देश को जाति, धर्म, समुदाय, प्रांत के नाम पर अपनी रोटी सेकने में लगे हुए हैं |

सबसे पहले मैं बता दूं कि मैं एक बिहारी हूं और मुझे गर्व है बिहारी होने पर |

proud to be a bihari
Garv Se Kahao Hum Bihari Hain

मैं इसे अपना सौभाग्य समझता हूं कि ईश्वर ने मेरे जन्म स्थान के रूप में बिहार की मिट्टी को ही चुना क्योंकि इस मिट्टी की बात ही कुछ और है, इस मिट्टी ने देश को बहुत कुछ दिया, दे रहा है और देता रहेगा |

वैसे तो बिहार का परिचय देने की जरूरत नहीं है क्योंकि इस इस प्रदेश के लोग ने समय-समय पर अपनी ज्ञान, विवेक, कुशलता, व्यवहारिकता, बुद्धिमानी, नेतृत्व क्षमता से दुनिया को लोहा मनवाया है |

फिर भी संक्षेप में कुछ उपलब्धियों पर चर्चा जरूर करना चाहूंगा, क्योंकि इसे सुनकर या बता कर मुझे बहुत गर्व महसूस होता है, मैं चाहूंगा कि आप इसे आगे और फैलाएं |

सबसे पहले नाम पर चर्चा करूंगा “बिहार” शब्द विहार का अपभ्रंश रूप है, इसका अर्थ होता है घूमने अथवा ठहरने का स्थान और शायद इसी वजह से हम बिहारी आज भी अतिथि को देवता मानते हैं और अगर आपको यह महसूस करना है तो आप अपने किसी बिहारी मित्र के साथ बिहार अवश्य पधारें |

बिहार की पवित्रता इसी से मापी जा सकती है की गंगा नदी को जब बहने का स्थान चुनना था तो उन्होंने बिहार के अधिकतम क्षेत्र को चुना और शायद यही कारण है कि यहां का पानी आज भी शुद्ध और उपजाऊ है |

बिहार का इतिहास काफी प्राचीन रहा है कई साम्राज्य का अस्तित्व बिहार से जुड़ा रहा है, बिहार के कई जगह का जिक्र अनेक धार्मिक ग्रंथों में भी किया गया है, मैं इस विशेष पर ज्यादा चर्चा नहीं करूंगा इसके लिए आप विकिपीडिया का पेज देख सकते हैं |

बिहार की मिट्टी ने इस देश को कई महान हस्तियां दिया, उदाहरण के तौर पर राजेंद्र प्रसाद, चंद्रगुप्त मौर्य, सम्राट अशोक, महावीर, चाणक्य, आर्यभट्ट, जयप्रकाश नारायण, डॉक्टर श्री कृष्ण सिंह, बिस्मिल्लाह खान, गुरु गोविंद सिंह | इन सब का किसी न किसी रूप से विहार से जुड़ाव रहा है |

भगवान बुद्ध ने भी ज्ञान प्राप्ति के लिए बिहार के गया को ही चुना, भगवान महावीर ने जैन धर्म की नींव यहां से ही रखी |

बिहारियों कि कौशल और विवेक पर कभी कोई सवाल खड़ा नहीं किया जा सकता क्योंकि आज आईएस, डॉक्टर, इंजीनियर, साइंटिस्ट या किसी भी अन्य क्षेत्र में बिहारियों ने अपनी बौद्धिक क्षमता से समय-समय पर परिचय दिया है, इन तमाम प्रोफैशंस में आपको बिहारी सबसे आगे मिलेंगे |

कुछ लोगों ने बिहार की छवि खराब कर रखी है, बिहारियों को अलग नजर से देखा जाता है, मैं उनका पूरी तरह से निंदा करता हूं |

मैं उनसे यह कहना चाहता हूं कि चाहे हम धरती पर कितना भी जाति, धर्म, प्रांत, प्रदेश के नाम पर अलग अलग हो जाएं लेकिन ऊपर वाला ने हम सबको एक ही तरह की संरचना से बनाया है |

इसलिए आप सबों से अनुरोध है कि बिहारियों को प्यार दे, एक बार उनसे दोस्ती करके तो देखें आपको उससे ज्यादा वापस मिलेगा |

बिहार के लोग कभी भी बुरे नहीं हुए हैं, यह तो कुछ तमाम समाज के ठेकेदार हैं जो बिहारियों की छवि धूमिल करने में लगे हुए हैं ताकि उनकी व्यवसाय ठीक ढंग से चल सके |

मेरा उन सभी बुद्धिजीवी लोगों से यह प्रार्थना है कि आप बिहारियों का सम्मान करें, उनके साथ अच्छा व्यवहार रखें और अंत में एक बार फिर से कहना चाहूंगा मुझे गर्व है कि मैं बिहारी हूं |

जय बिहार |

गर्व से कहो हम बिहारी हैं | Garv Se Kahao Hum Bihari Hain

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